Mon. May 29th, 2023
BSMS Course Details in Hindi | बी एस एम एस क्या है

BSMS Course Details in Hindi – नमस्कार मित्रों! आज हम अपने इस आर्टिकल में चिकित्सा जगत के एक कोर्स की जानकारी प्राप्त करेंगे। इस कोर्स की मांग बहुत ज्यादा है साथ ही इस कोर्स को करने के बाद भविष्य में स्कोप बहुत ज्यादा है। इस कोर्स का नाम BSMS है। आईये हम आगे समझते है BSMS कोर्स क्या है? (BSMS Course Details in Hindi) इसके साथ ही ये भी जानेंगे की BSMS कोर्स करने के लिए योग्यता क्या है? एवं BSMS कोर्स करने के बाद क्या करे?

BSMS Course Details in Hindi | बी एस एम एस क्या है
BSMS Course Details in Hindi | बी एस एम एस क्या है

तो अगर आप भी इन्ही सारी विषयों से सम्बंधित जवाब चाहते है तो इस आर्टिकल के साथ अंत तक जुड़े रहिये आपको इस विषय में सम्पूर्ण जानकारी दी जाएगी।

BSMS कोर्स क्या है? (BSMS Course Details in Hindi)

जानते है इस पोस्ट में BSMS कोर्स के बारे में लेकिन उससे पहले आपको इस कोर्स के फुल फॉर्म के बारे में बताते है ।

BSMS FULL Form In Hindi

BSMS FULL FORMBachelor of Siddha Medicine and Surgery
BSMS FULL FORM In Hindiबैचलर ऑफ़ सिद्ध मेडिसिन एंड सर्जरी

BSMS कोर्स का पूरा नाम यानि की फुल फॉर्म “Bachelor of Siddha Medicine and Surgery” (बैचलर ऑफ़ सिद्ध मेडिसिन एंड सर्जरी) होता है।इस कोर्स को हिंदी में “सिद्ध औषध प्रणाली एवं शल्य चिकित्सा” होता है।

अगर इस कोर्स के इतिहास के विषय में बात करे तो ऐसा माना जाता है की ये कोर्स AYUSH (आयुष) चिकित्सा से भी प्राचीन चिकित्सा की प्रणाली है। इस बात से आप इस कोर्स के इतिहास को समझ ही सकते है। अर्थात सिद्ध चिकित्सा प्रणाली आज से नहीं बल्कि बहुत पुराने समय से चलिए आ रही चिकित्सा की प्रणाली है।

सिद्ध चिकित्सा प्रणाली में ये माना जाता है की मनुष्य के शरीर में सात तत्व (प्लाज्मा, रक्त, मांसपेशी,वसा, हड्डी, तंत्रिका,वीर्य) होते है जिनका नियंत्रण तीन मुक्कुट्ट्रम (वायु,अग्नि/ऊष्मा/ऊर्जा,जल) द्वारा होता है। एवं अगर इन तीन मुक्कुट्ट्रम में से कोई एक भी अगर असंतुलित हो जाये तो शरीर में रोग हो जाता है। अर्थात मनुष्य बीमार हो जाता है। तो BSMS चिकित्सा प्रणाली द्वारा उन तीनो मुक्कुट्ट्रम को संतुलित किया जाता है एवं रोगी व्यक्ति को रोगमुक्त किया जाता है।

अभी आपने ये जान लिया की BSMS Course Details in Hindi . आगे इसी लेख में हम ये भी समझेंगे की BSMS Course को करने के लिए योग्यता क्या है एवं इससे सम्बंधित अन्य सवालों के जवाब भी जानेंगे।

BSMS Course के लिए योग्यता (Eligibility for BSMS Course in Hindi)

किसी भी कोर्स को करने के लिए योग्यता निम्लिखित दो प्रकार की होती है। पहला शैक्षणिक योग्यता होता है वहीं दूसरा आयु योग्यता जिसे हमलोग साधारण भाषा में आयु सीमा भी कहते है। फिलहाल हम BSMS Course के लिए दोनों प्रकार के योग्यता को जानेंगे –

शैक्षणिक योग्यता (Educational Eligibility) :-

चलिए इस पोस्ट को आगे बढ़ाते जानते है BSMS- कोर्स को करने के लिए लगने वाली शैक्षणिक योग्यता के बारे में । यदि आप एक स्टूडेंट है और आपको BSMS- कोर्स में नामांकन लेना है है तो सबसे पहले आपको इस कोर्स के बारे में जानकरी होना जरुरी है ।

1सबसे पहली योग्यता ये है की छात्र को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से बारहवीं (12th) पास करना है। आप 12th की परीक्षा किसी भी स्टेट बोर्ड अथवा सेंट्रल बोर्ड से पास कर सकते है।
2बारहवीं में तीन Subject :- भौतिक विज्ञान, जीवविज्ञान एवं रसायन विज्ञान (Physics, Biology, &Chemistry) होने चाहिए अगर छात्र इन विषयों के बिना ही 12th पास किया है या ऐसे बोले की इन विषयों के अलावे बारहवीं अन्य विषयों से उत्तीर्ण की है तो वे BSMS Course के लिए योग्य नहीं होंगे।
312th में टोटल मार्क्स 50-60% होने चाहिए यानि की उनका रिजल्ट अच्छा होना चाहिए।
4साथ ही छात्र का तीनो subjects का मार्क्स भी 50% से अधिक होना चाहिए।
5BSMS Course करने के लिए छात्र को इस कोर्स के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा को पास करना होगा।
6 BSMS कोर्स के लिए छात्र की मिनिमम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए। इस कोर्स के लिए छात्र की उम्र 17 साल या उससे अधिक होनी चाहिए।

अगर आपके पास ऊपर लिखें गए सारी योग्यता है तो आप BSMS Course के लिए एलिजिबल हो जाते है।

आयु सीमा (Age Limit)

BSMS कोर्स के लिए छात्र की मिनिमम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए। इस कोर्स के लिए छात्र की उम्र 17 साल या उससे अधिक होनी चाहिए।

BSMS Course में एडमिशन कैसे ले? (How to Take Admission in BSMS Course?)

अब आते है अगले सवाल के जवाब में की इस कोर्स को करने के लिए कॉलेज में नामांकन कैसे कराये। इस सवाल का जवाब हम स्टेप बाई स्टेप समझेंगे आईये जानते है –

Step 1सबसे पहले आपको राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित नीट (NEET) का एग्जाम देना होगा।
Step 2जैसे ही आप NEET परीक्षा को अच्छे अंक के साथ पास कर जाते है आपको BSMS कोर्स के लिए आयोजित कॉउंसलिंग में भाग लेना होगा। इस प्रक्रिया में आप फॉर्म फिलिंग करके कर सकते है। ध्यान रहे! ये सारी प्रक्रिया आजकल ऑनलाइन हो सकती है।
Step
3
कॉउंसलिंग फॉर्म में आपको अपने सारे डिटेल्स भरने होंगे जैसे नाम, जन्मतिथि, नीट मार्क्स, इत्यादि।
Step 4अगले स्टेप में आपको BSMS Course के लिए भारत के अच्छे-अच्छे कॉलेजों को अपने मार्क्स के अनुसार चुनकर फॉर्म में भरना होगा।
Step 5इसके बाद आपको कॉउंसलिंग शुल्क pay करना होगा और अंत में आपको कॉउंसलिंग स्लीप डाउनलोड कर लेना है।
Step 6इसके बाद आपको मैसेज या ईमेल का इंतजार करना होगा। ये मैसेज या ईमेल किसी कॉलेज का होगा जिसको आपने चुना होगा कॉउंसलिंग के वक्त।
Step 7और फिर आपको जिस कॉलेज की तरफ से मैसेज या ईमेल आया है उस कॉलेज में जाकर नामांकन ले लेना है। इस प्रकार आप BSMS Course में एडमिशन ले सकते है।

Top Colleges For BSMS Course in India –

यहाँ आपको भारत के टॉप कॉलेजों के लिस्ट दिए गए है आप इन कॉलेजों के द्वारा BSMS Course को कम्पलीट कर सकते है –

1. श्री साईराम मेडिकल कॉलेज – चेन्नई

2. वेलुमैलु मेडिकल कॉलेज – श्रीपेरुंबुदुर

3. RVS मेडिकल कॉलेज – कोयंबटूर

4. मध्य प्रदेश चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय – जबलपुर

5. ATSVS मेडिकल कॉलेज – कन्याकुमारी

6. शांतिगिरी मेडिकल कॉलेज – तिरुवनंतपुरम

7. राष्ट्रीय संस्थान – चेन्नई

8. MGR मेडिकल यूनिवर्सिटी – चेन्नई

BSMS कोर्स फीस (BSMS Course Fees)

अब सवाल आता है की BSMS कोर्स करने के लिए कितना फीस लगता है। ऐसे तो आप इस कोर्स को सरकारी और गैर सरकारी दोनों प्रकार के कॉलेजों से कर सकते है। इन दोनों में फर्क फीस का ही होता है। एवं इस कोर्स के लिए हर कॉलेज में अलग अलग फीस है। लेकिन अनुमानित फीस की बात करे तो इस कोर्स के लिए सालाना दस हजार (10,000) रूपये से लेकर 3 लाख (30,0000) रूपये तक लगा सकते है।

BSMS कोर्स सिलेबस क्या है? (BSMS Course Syllables in Hindi)

इस कोर्स से सम्बंधित सबसे महत्वपूर्ण सवाल आता है की इस कोर्स का सिलेबस क्या है। BSMS Course के लिए निचे दिया गया सिलेब्स होता है यानि की इस कोर्स के अंतर्गत इन विषयों को पढ़ाया जाता है –

First Year Syllabus

1सिद्ध चिकित्सा का इतिहास और मौलिक सिद्धांत
2जैव-रसायन विज्ञान
3औषधीय वनस्पति विज्ञान और भेषज विज्ञान
4सूक्ष्म जीव विज्ञान

Second Year Syllabus

1पेपर -I एनाटॉमी
2पेपर -II एनाटॉमी
3पेपर -I फिजियोलॉजी
4पेपर -II फिजियोलॉजी
5सिद्ध औषधीय हर्बल विज्ञान
6सिद्ध औषधीय भूविज्ञान, औषधीय रसायन विज्ञान और औषधीय जूलॉजी

Third Year Syllabus

1पेपर -I सिद्ध पैथोलॉजी
2पेपर- II आधुनिक विकृति विज्ञान के सिद्धांत
3राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीतियों और सांख्यिकी सहित स्वच्छता और सामुदायिक चिकित्सा
4फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी
5अनुसंधान पद्धति और चिकित्सा-सांख्यिकी

Fourth Year Syllabus

1चिकित्सा
2वर्मम थेरेपी, बाहरी थेरेपी और विशेष दवा
3दंत चिकित्सा और त्वचाविज्ञान सहित सर्जरी
4प्रसूति एवं स्त्री रोग
5बाल रोग

ऊपर बतायेगे Syllabus– में से कही कही कुछ बदलाव हो सकता है , लेकिन मूल रूप से BSMS- कोर्स में यही पढ़ाया जाता है ।

BSMS कोर्स समयअवधि (BSMS Course Duration) –

इस कोर्स को 5.5 साल में कम्पलीट कराया जाता है। इस कोर्स में 4.5 तक पढ़ाया जाता है और अंतिम के एक साल में छात्रों को इंटर्नशिप करायी जाती है।

People Also Ask : –

Q1 – बी एस एम एस कितने साल का कोर्स है?

Ans – इस कोर्स को 5.5 साल में कम्पलीट कराया जाता है। इस कोर्स में 4.5 तक पढ़ाया जाता है और अंतिम के एक साल में छात्रों को इंटर्नशिप करायी जाती है।

Q2 – क्या बी एस एम एस एक डॉक्टर होता है?

Ans- बी एस एम एस एक सिद्ध चिकित्सा प्रणाली पर आधारित स्नातक डिग्री है। इसको पूरा करने के पश्चात आप सिद्ध चिकित्सा प्रणाली का डॉक्टर बन सकते है ।

Q – क्या बी एस एम एस डॉक्टर अपना क्लीनिक खोल सकते हैं?

Ans – हां आप ऐसा कर सकते है ।


निष्कर्ष (Conclusion) :-

इस आर्टिकल में हमेंने आपको BSMS Course Details in Hindi और BSMS Course क्या है? इन दोनों सवालों का जवाब दिया है इसके साथ ही इस कोर्स से सम्बंधित अन्य विषयों पर भी चर्चा की है एवं उन्हें समझाने का प्रयास किया है। उम्मीद है आपको BSMS Course के विषय में सम्पूर्ण जानकारी मिली होगी। हमारे इस लेख से जुड़ने के लिए धन्यवाद।

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